स्टालिन के कहने पर नेताजी को दी गई थी साइबेरिया में फांसी: स्वामी With a Comment
स्टालिन के कहने पर नेताजी को दी गई थी साइबेरिया में फांसी: स्वामी With a Comment
स्टालिन के कहने पर नेताजी को दी गई थी साइबेरिया में फांसी: स्वामी
With a Comment
Updated on: Sat, 10 Jan 2015 08:47 PM (IST)
स्टालिन के कहने पर नेताजी को दी गई थी साइबेरिया में फांसी: स्वामी
कोलकाता। दशकों से उलझी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत की गुत्थी को लेकर भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सनसनीखेज खुलासा किया है। शनिवार को कोलकाता में स्वामी ने कहा कि नेताजी की मौत किसी विमान हादसे में नहीं हुई थी, बल्कि तत्कालीन सोवियत प्रमुख जोसेफ स्टालिन ने उनकी हत्या कराई थी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नेताजी से संबंधित गुप्त फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग करने की भी बात कही। बोले, भविष्य में केंद्र सरकार इसे सार्वजनिक कर सकती है।
नेताजी से जुड़ी सूचनाएं नहीं देगी सरकार
परिवार ने माना गुमनामी बाबा ही थे नेताजी
कोलकाता में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए स्वामी ने कहा, मुखर्जी आयोग ने नेताजी की मृत्यु 1945 में विमान दुर्घटना में होने की बात से इन्कार किया था। हालांकि स्वामी ने नेताजी से जुड़ी गोपनीय फाइलों के सार्वजनिक करने पर भारत सरकार के रूस व ब्रिटेन के साथ संबंधों पर असर पड़ने की आशंका पर भी सहमति जताई। फिर भी उन्होंने आश्वासन दिया कि वे इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करेंगे।
नेताजी का डेप्युटी व नेहरू का साथी था रूस का जासूस!
स्वामी ने कहा, नेताजी ने विमान दुर्घटना में अपनी मौत की झूठी खबर फैलाई थी, जबकि वह चीन के मंचूरिया चले गए थे। उस समय मंचूरिया रूस के कब्जे में था और अपनी सुरक्षा को लेकर वहां की सरकार पर उन्हें पूरा भरोसा था। लेकिन स्टालिन ने उन्हें साइबेरिया की एक जेल में डाल दिया। इसके बाद 1953 में अज्ञात जगह पर उन्हें फांसी दे दी गई। स्वामी ने दावा किया कि तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को साइबेरिया के याकुतस्क जेल में नेताजी को बंदी बनाए जाने की जानकारी थी। गौरतलब है कि नेताजी का परिवार भी लंबे अरसे से उनसे जुड़ी गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग कर रहा है।
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Comment:-(According to Netaji,s Nearest Colleague Col.Pritam Singh of Azad Hind Fouj.Netaji was abducted in barak no.424 of saeberia Jail. Where Dr,Sat narain Singh of Foreign Departmenat of India Meet, Netaji in Jail. But govt. of india Hush up the News.Even before , an American agency has declared that a week before and a week after the death date of Netaji(declared by india) no plane was crashed. But govt. did not take any notice of it. At that time Vijay Laxmi Pandit was the Ambassader of India In Russia,This was done With the cnocent of Jawahar Lal Nehru. This was the root-cause of the friedship of Russia and India. Arun Nehru Know this very Well. Even Rajiv Gandhi was Aware of this.
Amar Jit Singh Chandi)